अतृप्त सुंदरता जीना जी ने अपने माली को अपने घर पर बहकाया, अपने अधोवस्त्र उतार दिए और उन्हें अपने आकर्षण से बहकाया। वह कुशलतापूर्वक अपने धड़कते हुए सदस्यों की सेवा करती थी, उनकी चिकनी, मुंडा त्वचा पर उनकी गर्म रिहाई के लिए तरसती थी। यह कोई साधारण बागवानी यात्रा नहीं थी।