निराश दुल्हन अपनी बहन की शादी से सांत्वना चाहती है, जिसके परिणामस्वरूप एक संपन्न व्यक्ति के साथ एक गर्म मुठभेड़ होती है। उनकी भावुक इच्छा विभिन्न स्थितियों में सामने आती है, जिसका समापन चेहरे के समापन में होता है, जिससे वह पूरी तरह से संतुष्ट हो जाती है।